मध्य प्रदेश के केवल 10 जिलों में शराब दुकानों का नवीनीकरण। लाटरी से उठी शराब दुकानें बाकी दुकानों के लिए ई_टेंडरिंग शुरु।
भोपाल: प्रदेश के 19 धार्मिक क्षेत्रों की 47 दुकानों को बंद कर उनका राजस्व आसपास के जिलों में शामिल कर शराब दुकानों का ठेका मूल्य बढ़ाने का प्रदेश में व्यापक असर देखने में आया है। नवीनीकरण के लिए तय की गई शर्तों में केवल सात जिलों के शराब दुकानों के ठेके ही नवीनीकृत हो पाए। तीन जिलों में पुराने ठेकेदारो के रुचि नहीं दिखाने के बाद वहां लाटरी के आधार पर बीस प्रतिशत बढ़ी हुई कीमत पर दूसरे ठेकेदारों ने दुकानें ली है।
गुना जिले में सर्वाधिक 313 करोड़ 37 लाख 58 हजार 562 रुपए में 23 शराब समूहों के ठेके शत प्रतिशत नवीनीकृत किए गए है। आगर,धार और शहडोल जिले ऐसे है जहां पिछले साल के ठेकेदारों ने नवीनीकरण के लिए आवेदन ही नहीं किया। बाद में यहां की दुकाने दूसरे ठेकेदारों को बीस प्रतिशत बढ़ी हुई कीमतों पर दी गई है। अब शेष सभी जिलों की नवीनीकण से शेष रही दुकानों की ई_टेंडर के जरिए नीलामी प्रक्रिया शुरु हो गई है।
प्रदेश में जो धार्मिक क्षेत्रों की 47 शराब दुकाने बंद करने का निर्णय लिया गया था। उनका राजस्व आसपास की दुकानों में बढ़ा दिया गया है। इसके चलते इनमें से अधिकांश जिलों के पुराने शराब ठेकेदारों ने कमाई ज्यादा न होंने की संभावना में नवीनीकरण प्रक्रिया में भाग नहीं लिया। इन दुकानों के बंद होंने से आबकारी विभाग को 395 करोड़ रुपए का घाटा हो रहा था। वह घाटा विभाग इस बार आसपास की दुकानों से करना चाहता है। लेकिन इसका असर इन दुकानों के ठेकों के आवंटन पर नजर आ रहा है। मध्यप्रदेश में 21 फरवरी से शुरु हुई नवीनीकरण और लाटरी से शराब दुकानों के ठेके देने की प्रक्रिया की अवधि पूरी हो चुकी है। केवल सात जिलों में नवीनीकरण हुआ है। यहां कुल राजस्व का अस्सी प्रतिशत से अधिक राजस्व मिलने की संभावना में नवीनीकरण किया गया है।
जिन जिलों के शराब समूहों का नवीनीकरण हुआ है उनमें अशोकनगर में नौ समूहों के लिए 173 करोड़ 68 लाख 3 हजार 974 रुपए, गुना में 313 करोड़ 37 लाख 58 हजार 562 रुपए में 23 दुकानों का समूह, नीमच में 136 करोड़ 51 लाख में 17 दुकानों के समूह,सिंगरौली में 172 करोड़ 29 लाख 56 हजार में पंद्रह दुकानों के समूह, सीधी में 124 करोड़ 2 लाख 18 हजार में 12 दुकानों के समूह,उमरिया में 58 करोड़ में चार दुकाने,डिंडौरी में 35 करोड़ में तीन दुकाने नवीनीकृत हुई है।
तीन जिलों में नवीनीकरण लाटरी से-
मध्यप्रदेश के तीन जिलों में पुराने ठेकेदारों ने नवीनीकरण के प्रस्ताव नहीं दिए तो दूसरे ठेकेदारों को बीस प्रतिशत बढ़े मूल्य भरने पर ठेका दिया गया है। इनमे आगर मालवा की दस,धार की एक और शहडोल की नौ दुकानों के ठेके के लिए प्रस्ताव आए थे।
शहडोल में नौ दुकानों के लिए 101 करोड़ 8 लाख 40 लाख रिजर्व प्राइज रखी गई थी। उसमें से रिन्युअल के समय केवल 61 करोड़ 81 लाख 52 हजार में पांच समूहों के ठेके फाइनल हो पाए है।
45 फीसदी राजस्व के ठेके हुए, बाकी के लिए ई_टेंडरिंग शुरु-
मध्यप्रदेश में जो शराब दुकाने लाटरी और नवीनीकरण से उठी है उनमें केवल दस जिलों में 45 फीसदी राजस्व आने के आधार पर नवीनीकरण लाटरी से आवंटन किया गया है। शेष दुकानों के आवंटन के लिए ई_टेंडरिंग की प्रक्रिया मंगलवार से शुरु हो गई। भोपाल,इंदौर,ग्वालियर और जबलपुर जैसे सभी बढ़े जिलों में अभी शराब ठेके का आवंटन नहीं हो पाया है। अब इन सभी जिलों में ई_टेंडर की प्रक्रिया शुरु हो गई। ई_टेंडर और आक्शन का विकल्प भी ठेकेदार भर रहे है। इस विकल्प में से अधिकतम बिड को बेस प्राइज में शामिल किया जाएगा। आठ मार्च को शाम पांच बजे से इस कीमत के आगे बिडिंग शुरु होगी। हर ठेकेदार अपनी बिड राशि में एक चौथाई राशि बढ़ाकर बोली लगा सकेगा।
भोपाल में केवल 19 समूहों ने ही नवीनीकरण कराया है। इसके लिए 611आफर आए थे। केवल 73 फीसदी राजस्व मिलने के कारण ये सारे प्रस्ताव निरस्त कर दिए गए। अब सभी ठेके चार हिस्सों में बांटकर ठेके किए जाएंगे।