पहलगाम हमला, ऑपरेशन सिंदूर और उसके बाद भारत-पाक तनाव में गुरुवार रात अहम मोड़ आया, जब पाकिस्तान की तरफ से भारतीय शहरों, हवाई अड्डों और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की गई। भारत की तरफ से पाकिस्तान को जवाब दिया हमारे S-400 सुदर्शन चक्र (S-400 Sudarshan Chakra) ने। यह दुनिया के सबसे एडवांस्ड लॉन्ग रेंज एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टमों में से एक है। भारत ने इस एयर डिफेंस सिस्टम को रूस से खरीदा है। रिपोर्टों के अनुसार, देश में ऐसे तीन एयर डिफेंस सिस्टम ऑपरेशनल हैं और साल 2026 तक दो और सिस्टम आ जाएंगे। गुरुवार रात हुई कार्रवाई के बाद हर तरफ S-400 सुदर्शन चक्र की चर्चा है। इसकी तारीफ इसलिए हो रही है, क्योंकि जवाब में पाकिस्तान का एयर डिफेंस सिस्टम उसके कई शहरों में तबाह हाे गया। आइए जानते हैं कैसे काम करता है S400 ‘सुदर्शन चक्र’, क्या है इसके पीछे की टेक्नोलॉजी।
कैसे काम करता है मोबाइल एयर डिफेंस सिस्टम
कोई भी मोबाइल एयर डिफेंस सिस्टम रडार और अन्य सेंसरों की मदद से अपना काम करता है। इसका मुख्य लक्ष्य होता है डिटेक्ट करना, ट्रैक करना और हवाई खतरों से भिड़ना। मोबाइल एयर डिफेंस की सबसे बड़ी खूबी है कि इसे फौरन कहीं भी तैनात किया जा सकता है। इसमें लगे रडार और अन्य सेंसर्स दुश्मन के हवाई खतरों को ट्रैक करते हैं। अन्य सेंसर्स में इन्फ्रोरेड कैमरा, रेंज फाइंडर्स आदि शामिल होते हैं। जैसे ही दुश्मन की मिसाइल को ट्रैक कर लिया जाता है, उसके बाद शुरू होता है इगेंजमेंट। इस इगेजमेंट में मोबाइल एयर डिफेंस सिस्टम से मिसाइलों को फायर किया जाता है, जो दुश्मन की मिसाइलों से टकराकर हवा में ही सारा खेल खत्म कर देती हैं।