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मध्यप्रदेश के किसानों के लिए अच्छी खबर: सिर्फ 5 रुपए में मिलेगा बिजली पंप कनेक्शन, खेत में पानी की समस्या होगी खत्म 

मध्यप्रदेश के किसानों के लिए अच्छी खबर: सिर्फ 5 रुपए में मिलेगा बिजली पंप कनेक्शन, खेत में पानी की समस्या होगी खत्म 

मध्‍य प्रदेश विद्युत नियामक आयोग की ओर से जारी नियमों के अनुसार, अब लो टेंशन (एलटी) पोल से उपभोक्ताओं द्वारा स्थापित होने वाली सर्विस लाइन में सुरक्षा नियमों की जांच कर 5 रुपये मात्र में ग्रामीण क्षेत्र में नया स्थाई कृषि कनेक्शन दिया जाएगा।

 एमपी में सरकार एक महत्वपूर्ण पहल के तहत 5 रुपये में बिजली कनेक्शन उपलब्ध करवा रही है। मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी (MPMKVVCL) अब अपने क्षेत्र में ग्रामीण कृषि उपभोक्ताओं को केवल 5 रुपये में स्थायी कृषि पंप कनेक्शन देने जा रही है। कंपनी ने बताया कि कृषि पंप कनेक्शनों की संख्या बढ़ाने के लिए, ऐसे किसान जो बिजली लाइन के पास स्थित हैं, उन्हें आसानी से स्थायी कृषि कनेक्शन प्रदान किया जाएगा। म.प्र. विद्युत नियामक आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार, अब निम्न दाब (एलटी) पोल से उपभोक्ताओं द्वारा स्थापित सर्विस लाइन की सुरक्षा जांच के बाद, ग्रामीण क्षेत्रों में मात्र 5 रुपये में स्थायी कृषि कनेक्शन मिलेगा। कनेक्शन के लिए इच्छुक किसानों को सरल संयोजन पोर्टल पर आवेदन करना होगा।

इस पोर्टल से होंगे आवेदन 

आवेदन प्रक्रिया जल्द ही शुरू होने वाली है। मध्य प्रदेश विद्युत नियामक आयोग द्वारा जारी नियमों के अनुसार,अब लो टेंशन (एलटी) पोल से उपभोक्ताओं द्वारा स्थापित सर्विस लाइन में सुरक्षा नियमों की जांच के बाद, ग्रामीण क्षेत्रों में केवल 5 रुपये में नया स्थायी कृषि कनेक्शन दिया जाएगा। बिजली कंपनी सरल संयोजन पोर्टल के माध्यम से उपभोक्ताओं से कनेक्शन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेगी। इसमें 1200 रुपये प्रति हॉर्स पावर की सुरक्षा निधि उपभोक्ता (किसान) के पहले बिल में जोड़ी जाएगी।

4 साल में 25 हजार अस्थाई बिजली कनेक्शन देने का लक्ष्य 

बीते गुरुवार को मुख्यमंत्री मोहन यादव ने राज्य के विकास के लिए रोडमैप की जानकारी दी थी। उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेश की अर्थव्यवस्था को दोगुना करने का लक्ष्य लेकर चल रही है। इसके तहत अगले चार वर्षों में एक लाख 25 हजार अस्थाई बिजली कनेक्शन वाले किसानों को सोलर पंप दिए जाएंगे, जिससे किसान बिजली आपूर्ति में आत्मनिर्भर हो सकेंगे। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि अगले पांच वर्षों में सिंचाई क्षमता को 50 लाख हेक्टेयर से बढ़ाकर एक करोड़ हेक्टेयर किया जाएगा। इसके साथ ही, जो पशुपालक 10 गायों से अधिक गायों का पालन करेंगे, उन्हें सब्सिडी प्रदान की जाएगी।

डीजल पंप में आएगी कमी, किसान यूज करें के बिजली संचालित पंप

देश में आज भी बड़ी संख्या में किसान बिजली कनेक्शन के अभाव में डीजल पंप का उपयोग कर रहे हैं, जिससे न केवल प्रदूषण बढ़ता है, बल्कि उनकी खेती की लागत भी काफी बढ़ जाती है, क्योंकि उनका अधिकांश खर्च डीजल खरीदने पर होता है। वहीं, सरकार कई स्थानों पर सोलर पंप की सुविधा उपलब्ध करवा रही है। जहां बिजली की आपूर्ति मुश्किल है, वहां सोलर पंप का उपयोग किसानों के लिए सिंचाई व्यवस्था को सुगम बना देता है। सोलर पंप डीजल पंप की तुलना में काफी सस्ते और किफायती होते हैं।

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