क्षैत्र में धड़ल्ले से बिक रही है अवैध शराब?
आबकारी विभाग की कार्यवाही केवल दिखावा मात्र
धार जिले के अंतिम छोर पर आदिवासी बाहुल्य इलाका जहां के अधिकतर लोग खेती बाड़ी और छोटे व्यापार करके अपना जीवन यापन करते हैं। किंतु पिछले कुछ समय से पुरे क्षैत्र में अवैध शराब का कारोबार फल फुल गया है। नगरीय क्षेत्र के साथ साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी अवैध शराब धड़ल्ले से बिक रही हैं। आबकारी विभाग कार्यवाही तो कर रहा है पर उन लोगों पर जो छोटी मछलियां है बड़े बड़े शराब तस्करों पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है जिससे संदेह पैदा हो रहा है कि क्या बड़े शराब माफियाओं के ऊपर किसी का वरदहस्त है या कोई आपसी सांठगांठ है।आपका एक्शन नहीं आ रहा रास छोटे प्यादे पकड़ रहे हो,और छोड़ रहे हो उन्हें जो है खास ! और जब हाथ मगरमच्छ तक मार सकते है तो छोटी मछलियों का शिकार करने का क्या फायदा ?
गरीब आदिवासीयों के पास थोड़ी बहुत शराब मिल जाए तो उनके विरूद्ध कार्यवाही कर उन्हें प्रताड़ित किया जाता हैं। सूत्रों से पता चला है कि पुरे डही क्षेत्र में तीन सौ के लगभग दुकानें, ढाबे, होटल हैं जहां पर पड़ोसी जिले की अवैध शराब बिक रही है पर आबकारी अधिकारीयों द्वारा उनके विरूद्ध कोई कार्यवाही नहीं करना समझ से परे हैं। क्षैत्र में जाकर जानकारी लेने पर अवैध शराब बिकने का एक कारण यह भी है कि डही की शराब दुकान से शराब मंहगे दामों में मिल रही हैं और पड़ोसी जिले की शराब दुकानों से सस्ती कीमत पर शराब मिल रही है जिसके कारण शराब तस्कर पड़ोसी जिले से कम दाम में अवैध शराब लाकर डही क्षैत्र में भोले भाले आदिवासियों में खपा कर चांदी काट रहे हैं। कुछ मामले तो ऐसे भी है जहां आबकारी अधिकारी पूरी तरह से पस्त नजर आए। ऐसा ही मामला कुछ दिनों पहले सामने आया। आबकारी अधिकारी प्रीतिबाला नरगावे गश्त के दौरान ग्राम धरमराय में एक जनपद सदस्य जो पहले विपक्ष पार्टी का सदस्य था और अभी सत्तासीन पार्टी का सदस्य है उस पर अवैध शराब मामले पहले भी कार्यवाही हो चुकी हैं के यहां दबिस देकर अवैध शराब पकड़ी। गांव के लोगों को लगा कि आबकारी अधिकारी प्रीतिबाला नरगावे शख्त अधिकारी हैं और अवैध शराब पर जनपद सदस्य पर कार्यवाही करेंगी पर कुछ ही घंटो में ऐसा क्या हुआ कि जब्त की गई अवैध शराब को अज्ञात बताकर मामला दर्ज किया गया। ऐसे कई मामले हैं जिसकी वजह से आबकारी विभाग संदेह के घेरे में है। क्या आबकारी विभाग पर राजनेतिक दबाव या सत्तासीन लोगों के प्रभाव के कारण कार्यवाही नहीं की जा रही हैं। क्षैत्र में चर्चा का विषय है।अवैध शराब बिक्री से जहा लोगों के स्वास्थ्य पर असर पड़ रहा है। शराब ठेकेदार कंपनी को हानि हो रही है वहीं शासन के राजस्व को भी नुकसान हो रहा है। कलेक्टर जिला धार को मामले का संज्ञान लेकर उचित कार्यवाही करने के निर्देश दिए जानें चाहिए। अन्यथा अवैध जहरीली शराब से क्षैत्र के आदिवासी समाज के यूवा बर्बाद हो जायेंगे।