मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना के क्रियान्वयन में डही जनपद पंचायत अधिकारी, कर्मचारी मिशन मोड में।
आदिवासी बाहुल्य अंचल में चुनौतियों के बावजूद मुस्तैदी से हो रहा योजना का क्रियान्वयन
मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना के क्रियान्वयन में शत प्रतिशत लक्ष्य पूर्ण करने को लेकर यहां के अधिकारी व कर्मचारी मिशन मोड में आ गए है। छुट्टी के दिन रविवार और सोमवार सहित चाहे दिन हो या रात कर्मचारी लगातार ईकेवाईसी कर हितग्राही महिलाओं के फार्म भरने में जुटे हुए हैं। यही वजह है कि जिले में डही जनपद पंचायत इस योजना में 34 प्रतिशत के साथ सबसे आगे है। वही नगर परिषद डही जिले में दूसरे स्थान पर चल रहा है।
तहसीलदार राजेश भिंडे एवं नगर परिषद सीएमओ सुशील डावर रात में वार्ड 12 में कंप्यूटर पर बैठे। अधिकारियों ने अपने हाथों से महिलाओं के ईकेवाईसी की साथ ही अन्य कर्मचारियों को प्रेरित करते देखे गए। तहसीलदार राजेश भिंडे व नगर परिषद के स्वच्छता ब्रांड एंबेसडर व शिक्षक सरूपचंद मालवीय घर-घर जाकर महिलाओं को फार्म भरने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। जनपद पंचायत सीईओ कंचन डोंगरे द्वारा संपूर्ण अभियान की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। वहीं इस पूरे अभियान में शिक्षा विभाग की उल्लेखनीय भूमिका सामने आई है। रविवार व सोमवार को अवकाश के बावजूद अभियान में तैनात यहां के शिक्षकों ने छुट्टी नहीं मनाई। बीईओ सतीश चंद्र पाटीदार और बीआरसी मनोज दुबे के नेतृत्व में बड़ी संख्या में शिक्षक इस अभियान में जुटे हुए हैं। अपने- अपने गांव में जहां शिक्षक महिलाओं को प्रेरित कर रहे है। वहीं शिविरों में महिलाओं के फार्म भर रहे हैं। एसडीएम नवजीवन विजय पवार द्वारा लगातार अभियान में जुटे अमले की बैठक ली जाकर उन्हें संपूर्ण अभियान को पूर्ण करने को लेकर लगातार दिशा निर्देश दिए जा रहे हैं। तहसीलदार के वाहन से स्थानीय भाषा में लाडली बहनों को प्रेरित करने के लिए शिक्षक मालवीय द्वारा अनाउसमेंट किया जा रहा है। वार्ड 12 की पार्षद कमला सोलंकी, पटवारी छतरसिंह सस्त्या,मनोज वर्मा तथा विभिन्न वार्डों में नगर परिषद के उमेश अरजानिया, भगवान सिंह परिहार, सेल्समेन राजेश पांडे, संजय भावसार, शिक्षक शैलेंद्र सिंह गोहिल आदि कर्मचारी अपनी सेवा दे रहे हैं।
आदिवासी बाहुल्य अंचल में चुनौतियों के बावजूद मुस्तैदी से हो रहा योजना का क्रियान्वयन
तहसीलदार एवं सीईओ ने कहा है कि आगे भी इसी तरह से कार्य कर विकासखंड की स्थिति टाॅप पर रखनी है। गौरतलब हो कि विकासखंड डही आदिवासी बाहुल्य अंचल है। यहां के गांव के फलियों में घर दूर-दूर बसे होते हैं। साथ ही आदिवासी महिलाओं में प्रायः जागरूकता का अभाव भी देखा जाता है। इसके बावजूद विकासखंड डही में लाडली बहना योजना के क्रियान्वयन को लेकर मुस्तैदी से कार्य किया जा रहा है। यहां हम बता दें कि आयुष्मान भारत योजना के क्रियान्वयन में भी डही विकासखंड अव्वल रहा था। तब शिक्षा विभाग की महती भूमिका सामने आने से यहां के बीईओ सतीशचंद्र पाटीदार और बीआरसी मनोज दुबे को कलेक्टर द्वारा सम्मानित किया गया था।
श्री मती कंचन डोंगरे,मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत डही
शासन ने हमें बिठाया इसीलिए है कि शासन द्वारा संचालित योजनाओ को जमीनी स्तर तक पहुंचाकर पात्र हितग्राही योको लाभान्वित करें। इस हेतु हम समग्र अधिकारी एवं कर्मचारियों का दायित्व बनता है कि हम अपनी जवाबदारी को समझे और अपने अपने कर्तव्य का निर्वहन लगन के साथ करे । उक्त बात चर्चा के दौरान स्थानीय जनपद पंचायत कार्यालय में पदस्थ मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती कंचन डोंगरे ने कही। श्री श्रीमती डोंगरे ने आगे कहा कि लाडली बहना योजना प्रदेश सरकार की महत्वकांक्षी योजना है ।इस योजना से प्रदेश की महिलाओं को स्वावलंबी बनाकर अपने पैरों पर खड़ा करने की मनसा प्रदेश सरकार की है। हम समस्त कर्मचारियों का दायित्व बनता है कि इस महत्वपूर्ण जन हितेषी योजना से क्षेत्र की एक भी पात्र हितग्राही बहने वंचित न रहे को लेकर हम जमीनी स्तर पर कार्य करे। योजना के क्रियान्वयन में जुटे कर्मचारी अगर कार्य के प्रति निष्क्रिया एवम् कोताही बरतने है तो उन्हें बख्शा नहीं जाएगा । यहां अंचल में कार्य के प्रति बरती गई उदासीनता को लेकर श्रीमती डोंगरे ने मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के अंतर्गत जनपद पंचायत डही क्षेत्र में अपनी निर्धारित ड्यूटी से अनुपस्थित रहने वाले पीसीओ अनिल गुप्ता एवं उपयंत्री तिलक अलावा, एम.एल. सोनी एवं के.एल. सोलंकी को चेतावनी पत्र जारी किये गए तथा ड्यूटी पर तत्काल उपस्थित होकर सौंपे गये कार्य के सम्पादन के निर्देश भी दिये । साथ ही संबंधितों को चेतावनी दी गई है कि यदि भविष्य में इस प्रकार की पुनरावृत्ति होती है तो उनके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी।