संत शिरोमणि श्री रविदास जी जयंती पर आयुष विभाग द्वारा निशुल्क स्वास्थ मेले का आयोजन।
स्थानीय उप धान मंडी परिसर मे ब्लॉक स्तरीय आयुष् मेला का कार्यक्रम संत शिरोमणि श्री रविदासजी की जयंती के उपलक्ष्य में 5 फरवरी रविवार को राष्ट्रीय आयुष मिशन आयुष विभाग मध्य प्रदेश शासन द्वारा संचालित स्वास्थ्य रक्षा योजना के तहत तथा कलेक्टर महोदय के निर्देश वह विभाग के जिला अधिकारी डॉ रमेश मुवेल के कुशल मार्गदर्शन में विशाल निशुल्क आयुष चिकित्सा स्वास्थ्य शिविर का आयोजन नगर के गणमान्य नागरिकों पत्रकार व समाजसेवी जनों की उपस्थिति मे संपन्न किया गया। संत शिरोमणि रविदास जी एवं भगवान धनवंतरी के छायाचित्र पर अतिथियों द्वारा पूजा अर्चना पुष्प अर्पित कर आयुष मेले का शुभारंभ किया गया। इस दौरान मंच पर उपस्थितअतिथियों को तिलक लगाते हुए औषधि पौधे प्रदाय कर स्वागत किया गया। आयोजित मेले मे स्वागत भाषण के दौरान डॉक्टर घनश्याम मीणा ने जानकारी देते हुए बताया कि आयुष चिकित्सा विशेषज्ञ द्वारा निशुल्क चिकित्सा परामर्श, निशुल्क औषधियों का वितरण किया गया, योग संबंधी जानकारी रोगानुसार देवारण्य योजना की जानकारी को लेकर प्रदर्शनी पंचकर्म रोगानुसार परामर्श पाइल्स ब्लड प्रेशर जोड़ों का दर्द चर्म रोग आम वात गठिया स्वास कास प्रतिसाय, माइग्रेन ,स्त्री रोग ,शिशु रोग तथा वात पित्त कफ आदि को लेकर रोगियों का परीक्षण करते हुए उपचार किया गया। आयोजन में नगर के साथ क्षेत्र के समीपस्थ ग्रामो सहित 460 लोगों ने स्वास्थ्य लाभ लिया। इसमें जोड़ों के दर्द एवं चर्म रोग से संदर्भित रोगी अधिक थे। इस अवसर पर विधायक प्रतिनिधि अब्दुल्लाह बोहरा भाजपा नेता डॉ दुर्गेश वर्मा अशोक कुमावत प्रभारी सीएमओ सुशील डावर उपयंत्री नगर परिषद डही , पूर्व सरपंच श्रीमती फुलकुवरबाई वर्मा,मयूर पाटीदार तारिक भाई बोहरा डॉ आर एस बघेल पत्रकार गोपाल प्रजापति चंद्रशेखर शर्मा आदि मंचासीन थे। स्वागत भाषण में डॉ घनश्याम मीणा ने संत शिरोमणि रविदास जी की जीवनी पर प्रकाश डाला साथ ही आयुर्वेद को अपनाने की बात विस्तार से कहीं। कार्यक्रम में डॉ श्री मीणा आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी बड़वान्या, के साथ डॉ हेमंत तड़वाल धरमराय डॉक्टर कमलेश मुजाल्दा सुसारी, आदि द्वारा परीक्षण कर निशुल्क औषधि उपलब्ध कराई गई । आयोजन में भंगड़ा जामोद हीरालाल डावर श्रीमती अनीता रावत श्रीमती बोंदरी बघेल प्रह्लाद जमरा बांछा चोंगड़, राजू भाई रामू भाई मुजाल्दा इंदर सिंह बघेल धरमराय आदि का सराहनीय योगदान रहा।