प्रधानमंत्री आवास योजना में बड़े घोटाले का खुलासा।
शासन को लगाया करोडों का चूना।
फर्जी नामांतरण करके आवास योजना में लाभ लेने का मामला।
डही नगर परिषद का मामला।
देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान के सख़्त निर्देश हैं कि पीएम आवास योजना में गड़बड़ी करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा,डही नगर परिषद के प्रतिनिधियों, अधिकारियों, कर्मचारियों पर उनकी बातों का कोई असर दिखाई नहीं दे रहा है।डही नगर परिषद में आवास योजना के पात्र हितग्राहियों को किश्त के लिए चक्कर लगवाए जा रहे हैं वहीं अपात्रों को फर्जी तरीके से पात्र बना कर शासन को करोड़ों रुपए का चूना लगाया जा रहा है।
नगर परिषद डही में पीएम आवास योजना में फर्जी दस्तावेज तैयार करके लाभ दिलाने का मामला सामने आया है। जिसमें कई लोंगो की की भूमिका संगदिग्ध हैं जिसमें कांग्रेस पार्षद,तत्कालीन सीएमओ तथा कर्मचारियों की मिलीभगत भी हो सकती हैं।
जानकारी अनुसार राहुल विस्के व भारत सिंह तड़वाल द्वारा शिकायत की गई थी कि नगर परिषद डही में वार्ड नं 05 से पार्षद व सदर एहले सुन्नत वल जमात डही हाजी हिसामुद्दीन (गुड्डू) पिता सलामुद्दीन कुरैशी द्वारा अपात्र लोगों को नगर परिषद में सांठगाठ करके प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाया गया है।
जिसकी जाँच नायब तहसीलदार तहसील कुक्षी, डही और सब इंजीनियर नगर परिषद कुक्षी द्वारा कराई गई तब पीएम आवास में की गई धांधली का पर्दाफाश हुआ।पार्षद व शहर सदर हिसामुद्दीन कुरैशी द्वारा कई लोगों को हिबानामा कर भूमि अंतरित की गई।अंतरित की गई भूमि राजस्व अभिलेखों में खसरा न. 242/1/1 रकबा 10.801 हेक्टेयर मद आबादी गांवठान शासकीय है तथा12 नम्बर कॉलम कैफियत में वक्फ संपत्ति में दर्ज हैं।
मिसल में खसरा न. 242 रकबा 27.75 एकड भूमि आबादी मद में दर्ज हैं।
नगर परिषद के संपत्ति कर रजिस्टर में संपत्ति क्रमांक P10929 में सदर मुस्लिम जमात खुली भूमि के नाम से 3780 वर्गफीट भूमि दर्ज हैं।
मुस्लिम विधि नियम 173 के आवश्यक तत्व में हिबानामा किसी व्यक्ति द्वारा दूसरे व्यक्ति को किया जाना चाहिए।मुस्लिम विधि में उल्लखित टिप्पणी कम्पेडियन ऑफ इस्लामिक लॉज की धारा 370 के अनुसार दाता स्वस्थ, वयस्क ओर संपत्ति का स्वामी होना चाहिए किंतु डही समाज सदर हाजी हिसामुद्दीन कुरैशी जमात के अध्यक्ष हैं ना कि अंतरित की गईं भूमि के भूमि स्वामी हैं।इसलिए हिसामुद्दीन कुरैशी (गुड्डू) को हिबानामा करने का अधिकार नहीं है। कुरैशी ने नगर परिषद के अधिकारियों से मिलीभगत करके सुनियोजित तरीके से इस कार्य को अंजाम दिया।
नगर पालिका अधिनियम1961 की धारा 150 के अनुसार नामांतरण हेतु दानपत्र/हिबानामा का रजिस्टर्ड होना अनिवार्य हैं पर यहा पर हिबानामा रजिस्टर्ड ना होकर 100 रुपये के स्टाम्प पर किया गया है।राजस्व अभिलेख के अनुसार उक्त संपत्ति वक्फ बोर्ड भोपाल की संपत्ति है जिसे समाज सदर हाजी हिसामुद्दीन कुरैशी (गुड्डू) द्वारा बिना वक्फ बोर्ड भोपाल की अनुमति के किसी अन्य को अंतरित किया गया हैं।
नगर परिषद डही में वार्ड 05 से पार्षद हाजी हिसामुद्दीन (गुड्डू) कुरैशी ने शातिराना तरीके से फर्जी नामांतरण कर घोटाले को अंजाम दिया पर कोई अधिकारी, कर्मचारी उसके विरुद्ध नहीं बोल पाया। कुरैशी ने ना जाने नगर परिषद डही की कौन सी नस दबा रखी है कि कोई विरोध नहीं कर पाया या ये जिम्मेदार लोग भी इस धांधली में सम्मिलित हैं।
नगर परिषद डही द्वारा भी नामांतरण प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया है जैसे कई फाइलों पर तत्कालीन सीएमओ के हस्ताक्षर नहीं है।जिनके आवास स्वीकृत किये उनकी जाँच भी नहीं की गई कि उनका पहले से पक्का मकान बना हुआ है।नगर परिषद के राशन कार्ड जारी रजिस्टर में शिकायत में उल्लेखित व्यक्तियोँ पर जारी राशनकार्ड की तारीखें रजिस्टर में नहीं लिखी गई हैं ना ही जारी किए गए वर्ष का उल्लेख किया गया है। कई राशनकार्डो में पति/पत्नी के नाम एक राशनकार्ड में नही लिखे गए हैं।जावक रजिस्टर में जावक क्रमांक अंकित कर बाकी कॉलम को रिक्त छोड़ दिया गया है।
दायरा रजिस्टर में शिकायत में उल्लेखित का नामांतरण एक साथ दर्ज हैं।
जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि पार्षद व सदर हाजी हिसामुद्दीन कुरैशी द्वारा कूटरचना करते हुए नगर परिषद में पीएम आवास योजना का लाभ लेने के लिए ही सभी नामांतरण करवाये हैं।
पीएम आवास योजना एवं अन्य अनेक कार्यों को लेकर डही नगर के कई लोग परेशान हैं, नगर परिषद के द्वारा उनको कई चक्कर लगवाए जाते हैं। इसीलिए कुछ दिनों पहले भीलीस्थान लायन सेना द्वारा नगर परिषद डही में धरना प्रदर्शन किया गया था।
आवास योजना में धांधली की ओर भी कई परतें खुलना बाकी है। इस कारनामें में कौन कौन शामिल हैं। जिनको जानकारी थी वो मौन क्यो थे। या सभी की मिलीभगत से योजनाबद्ध तरीके से अंजाम देकर शासन को चुना लगाया गया है।
आगे देखने वाली बात होगी कि पीएम आवास योजना में धांधली करने वालों पर शासन प्रशासन क्या कार्यवाही करता है।
वैसे नगर परिषद की कारगुजारियों का ये भाग 1 हैं। आगे और भी कई मामलों का खुलासा बाकी हैं। समय समय पर खुलासे किए जाएंगे।
इस विषय पर सीएमओ नगर परिषद डही लालसिंह राठौर से चर्चा करने पर उन्होंने बताया कि मामला संज्ञान में है, सामने वाले पक्ष का एक जवाब आना बाकी है। जवाब प्रस्तुत होने के बाद ही कुछ बता पाऊंगा।
नगर परिषद में इस तरह की धांधली हुई हैं तो दोषियों पर सख्त कार्यवाही होनी चाहिए।पीएम आवास में इस तरह की लापरवाही सहन नहीं कि जाएगी।
मुकेश बघेल, भाजपा मंडल अध्यक्ष डही।