हरियाली है तो खुशहाली है’ अंकुर अभियान के हरियाली-महोत्सव से सन्देश।
पर्यावरण संरक्षण के लिए सभी अपनी भूमिका निभाएं- बीईओ सतीशचंद्र पाटीदार
हरित क्षेत्र में वृद्धि एवं पर्यावरण संरक्षण में जन-सहभागिता के माध्यम से व्यापक स्तर पर पौधारोपण केे लिए शासन द्वारा चलाए जा रहे अंकुर कार्यक्रम की इस वर्ष यहां हरियाली अमावस्या से शुरुआत की गई है।बीईओ सतीशचंद्र पाटीदार ने क्षेत्र के ग्राम अराड़ा में शिक्षकों के साथ पौधारोपण कर पर्यावरण सहेजने के संदेश के साथ सभी से पौधा लगाने और उसकी देखभाल कर पेड़ बनाने की अपील करते हुुुए अंंकुर अभियान को गति दी। विकासखंड में उक्त कार्यक्रम के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए बीआरसी मनोज दुबे, संकुल प्राचार्य अरुण कुशवाहा बीएसी हितेन्द्र सिंह ठाकुर, सीताराम कुड़ेश, रमेश सोलंकी, भुवानसिंह सोलंकी सहित जनशिक्षक भी अपने विभाग के अमले के माध्यम से अंकुर अभियान में अधिकतम सहभागिता हेतु प्रयास कर रहे हैं। बीआरसी दुबे ने कहा कि जो भी व्यक्ति वायुदुत एप से जुड़ना चाहते हैं, तो पंजीयन के लिए आपको प्ले स्टोर से वायुदूत एप डाउनलोड करना होगा। इसके बाद अपने मोबाइल नंबर से सिटीजन लॉगिन पर पंजीकृत कर पौधा रोपित की फोटो वायुदूत एप पर अपलोड करनी होगी। बीईओ पाटीदार ने कहा कि पौधारोपण को जन आंदोलन बनाने के लिए सरकार द्वारा लगातार प्रयास हो रहे हैं। इसी प्रयास के अंतर्गत पौधारोपण को जनभागीदारी से एक महाअभियान का रूप दिए जाने के लिए अंकुर अभियान चलाया जा रहा है। ऐसे में बारिश के इस मौसम में अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाकर ‘हरियाली है तो खुशहाली है’ का संदेश देते हुए पर्यावरण संरक्षण के लिए अपनी भूमिका सभी को निभानी चाहिए।
- हरियाली दुत के रूप में शिक्षक दिवस पर करेंगे सम्मानित।
इधर शिक्षक प्रतिभा मंच के अध्यक्ष इरफान मंसूरी, उपाध्यक्ष सरुपचंद मालवीया, सचिव हितेंद्र सिंह ठाकुर, सह- सचिव मीनाक्षी ठाकुर ने बताया कि इस वर्ष 5 सितंबर शिक्षक दिवस पर हरियाली के क्षेत्र में अच्छा कार्य करने वाले शिक्षकों को विकासखंड स्तर पर सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस वर्ष से हरियाली दुत के रूप में एक अतिरिक्त पुरस्कार क्षेत्र के सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाले शिक्षक को प्रदान किया जाएगा। शिक्षक मंच के पदाधिकारियों ने सभी शिक्षकों व क्षेत्र के समस्त विद्यार्थियों व आम नागरिकों से अधिक से अधिक पेड़ -पौधे लगाने की अपील की।
