धार जिले में आईएएस अधिकारियों की पदस्थापना के बाद भ्रष्ट अधिकारियो, कर्मचारियों में मचा हड़कंप। जनता को मिल रहा न्याय।
धार। आदिवासी बाहुल्य धार जिले में आईएएस अधिकारी जिला कलेक्टर डॉ पंकज जैन, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आशीष वशिष्ठ, अपर कलेक्टर सलोनी सिडाना की पदस्थापना होने के बाद भ्रष्ट व लापरवाह अधिकारियों व कर्मचारियों में हड़कंप सा मचा हुआ है। यह तीनों अधिकारी साफ, स्वच्छ छवि के लिए जाने पहचाने जाते हैं। शासकीय नियमो के तहत ही कार्य करते हैं। जिला कलेक्टर डॉ पंकज जैन लापरवाही पाये जाने पर शोकॉज नोटिस व अनुशासनात्मक कार्यवाही करने में जरा भी देर न करते हुए त्वरित कार्यवाही करते हैं। बगैर किसी राजनीतिक दवाब के कार्य करते हैं और कठोर प्रशासक की श्रेणी में गिने जाते हैं। शासन की योजनाओं को प्रभावी ढंग से धरातल पर लागू करने के लिए निर्धारित समय सीमा में कार्य करने के निर्देश जिला कलेक्टर ने विभागीय अधिकारियों को दिए हैं। शासन की जनहितकारी योजनाओं की समीक्षा बैठक में लापरवाह व भ्रष्ट अधिकारियों को सख्त चेतावनी देते हुए कार्य समयसीमा में करने को कहा गया है। जिससे भ्रष्ट अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है। यह तीनों आईएएस अधिकारी किसी भी प्रकार का राजनीतिक हस्तक्षेप को बर्दाश्त नहीं करते हैं और बगैर किसी भेदभाव के शासकीय नियमों के तहत कार्यो को निर्धारित समय सीमा में पूर्ण करने में लगे हुए हैं। जिससे आम लोगों को लाभ व न्याय मिल रहा है। भ्रष्टाचार और आदतन लापरवाही करने वाले अधिकारी, कर्मचारी भयभीत नजर आ रहे हैं। जनसुनवाई में आ रहे आवेदकों की समस्याओं को गंभीरता पूर्वक सुना जा रहा है और तत्काल निराकरण औऱ कार्यवाही होने से आम आदमी खुश नजर आ रहा है।
शासकीय मीटिंग में अधिकारियों की हो रही खिंचाई।
जिला मुख्यालय पर होने वाली वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, समयसीमा की बैठक, मुख्यमंत्री सीएम हेल्पलाइन, विभागीय समीक्षा बैठक में जिला कलेक्टर डॉ पंकज जैन के द्वारा शासन की योजनाओं की समीक्षा की जा रही हैं। कार्य समयसीमा में पूर्ण नहीं होने पर विभागीय अधिकारियों की खिंचाई की जा रही हैं जिससे जनहित के कार्यो का निराकरण होने से आम लोगों को राहत मिली है और लापरवाह व भ्रष्ट अधिकारी कर्मचारी परेशान व चिंतित दिखाई दे रहे हैं। अब कार्यालय में कर्मचारियों को भी सतत कार्य करना पड़ रहा है।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आशीष वशिष्ठ ने जनपद पंचायत, ग्राम पंचायतों के कई सचिवों को कार्य में लापरवाही, राशि में हेराफेरी करने के आरोप में कारण बताओ सूचना पत्र जारी किए, गंभीर आर्थिक अनियमितता पाए जाने पर निलंबित व सेवा से पृथक करने की कार्यवाही करने में जरा भी देर नहीं की है जिससे लापरवाह व भ्रष्ट सचिवो में हड़कंप मच गया। दबाब बनाने के लिए सचिवों ने आंदोलन, हड़ताल की राह पकड़ी लेकिन हड़ताल व आंदोलन की परवाह न करते हुए कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारियों के दवाब में न आते हुए मुख्य कार्यपालन अधिकारी वशिष्ठ ने ग्रामीण क्षेत्र में सतत भ्रमण कर शासन की योजनाओं का जायजा लिया। पात्र व योग्य हितग्राहियों को योजनाओं का लाभ दिलाया। वहीं अपर कलेक्टर सलोनी सिडाना ने आते ही स्वास्थ्य विभाग की मीटिंग ली और विभाग की समीक्षा बैठक में निर्देश दिए कि निर्धारित समय सीमा में लक्ष्य को पूर्ण किया जाए। अन्यथा यहाँ से अपना स्थानांतर अन्य कही करवा लें! अकस्मात जिला अस्पताल में पहुचकर व्यवस्था में कमियों को देखा और डॉक्टरों की उपस्थिति सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए गए थे हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व कर्मचारी देर रात तक शासकीय कार्यालयों में कामकाज करते देखे गए।
शिकायतों का हो रहा त्वरित निराकरण।
जिला मुख्यालय पर पदस्थ तीनों आईएएस अधिकारियों को शिकायत मिलने पर तुरंत कार्यवाही की जाती हैं। त्वरित कार्यवाही व निराकरण करने के निर्देश दिए जाते हैं। तत्काल कार्यवाही होने से आम आदमी काफी संतुष्ट नजर आ रहा है। दलालों और छुटभैयों नेताओं की दुकानें हाल फिलहाल बन्द होती नजर आती दिख रही हैं।