मध्य प्रदेश के कालेज 15 सितंबर से खुलेंगे, विद्यार्थियों व शिक्षकों को टीकाकरण अनिवार्य।
भोपाल
उच्च शिक्षा मंत्री ने प्रदेश के कॉलेजों को 15 सितंबर से खोलने के आदेश दे दिए हैं। इसे लेकर उच्च शिक्षा विभाग ने भी गाइडलाइन जारी कर दी है। 50 फीसद उपस्थिति के साथ दूसरे और तीसरे वर्ष के विद्यार्थियों को बुलाने की तैयारी चल रही है। राजधानी के कॉलेजों में 50 फीसद उपस्थिति के साथ विद्यार्थियों को बुलाने की तैयारी चल रही है। इस दौरान कोविड गाइडलाइन का पालन करना अनिवार्य होगा। कॉलेजों में विद्यार्थियों और शिक्षकों के लिए टीकाकरण अनिवार्य किया गया है। साथ ही सभी को कम से कम पहला डोज जरूर लगा होना चाहिए, नहीं तो कॉलेज में प्रवेश नहीं दिया जाएगा, जबकि शेष 50 फीसद ऑनलाइन कक्षा ज्वॉइन करेंगे। शिक्षकों के साथ विद्यार्थियों और स्टॉफ का शत-प्रतिशत टीकाकरण होना आवश्यक है। अगर जरूरी हुआ तो कॉलेजों में भी टीकाकरण कैंप लगाए जाएंगे। प्रदेश के सभी कॉलेजों को अधिकार दिए गए हैं कि कब कौन सी क्लास लगाएंगे। कॉलेज इसका निर्णय खुद कर सकता है। आवश्यक हुआ तो कॉलेजों को क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी से भी अनुमति ले सकते हैं। छात्रावास के संबंध में 1 सितंबर को होने वाली बैठक में निर्णय किया जाएगा।
कॉलेजों में लगाया जाएगा विशेष शिविर।
राजधानी के कॉलेजों में टीकाकरण के लिए विशेष शिविर का आयोजन किया जाएगा। जिन विद्यार्थियों और शिक्षकों ने टीका का पहला या दूसरा डोज नहीं लगवाया है। वे टीका लगवा सकते हैं। जिन विद्यार्थियों और शिक्षकों ने पहला डोज भी नहीं लिया है, उन्हें कॉलेज में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
प्रदेश के विश्वविद्यालयों में नए कोर्स शुरू होंगे।
वहीं प्रदेश में पहली बार विक्रम विश्वविद्यालय में नए सत्र से एविएशन का पाठ्यक्रम भी शुरू होगा। विद्यार्थी उज्जैन की नालंदा एकेडमी या इंदौर से प्रैक्टिकल कर सकेंगे। यही नहीं, पहली बार किसी परंपरागत विश्वविद्यालय से कृषि और हार्टिकल्चर के पाठ्यक्रम शुरू होंगे। नए सत्र से जबलपुर के रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में फिजिकल एजुकेशन कोर्स शुरू होगा।