मंत्रिमंडल का विस्तार राज्यसभा चुनाव के बाद होगा
G9News Network
धार। प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर अटकलों का दौर चल रहा था लेकिन अब मंत्रिमंडल का विस्तार राज्यसभा चुनाव के बाद किया जाएगा।
मंत्रिमंडल विस्तार में दस सिंधिया समर्थकों को शामिल करने के बाद 23 जगह खाली रह जाती हैं। इन 23 मंत्रियों में सीएम किसे शामिल करें और किसे नहीं? यह पेंच फंसा हुआ है। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की संख्या को देखते हुए एवं क्षेत्रीय संतुलन भी नहीं बन पा रहा है। प्रदेश संगठन के साथ सीएम की बैठक होंने के बाद भी कुछ नामो पर सहमति नहीं बन पा रही हैं और सीएम ने मंत्रियों के नाम की सूची बनाकर हाईकमान को सौप दी है। चम्बल संभाग व सागर संभाग, मालवांचल, विंध्य में संतुलन बनाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने बैठक कर सीएम पर भारी दवाब बना दिया है। बीजेपी में अंदरूनी घमासान मचा हुआ है। राज्यसभा चुनाव नजदीक होने के कारण बगावत का डर भी सता रहा है।
19 जून को राज्यसभा के चुनाव होने वाले हैं और अभी मंत्रिमंडल विस्तार का विस्तार किया जाता हैं तो जो नेता मंत्री नहीं बन पाए तो उनमें असन्तोष उभरकर सामने आएगा जिससे राज्यसभा की दो सीटें जीतना बीजेपी के लिए मुश्किल खड़ी कर सकती हैं। इसलिए अब मंत्रिमंडल का विस्तार राज्यसभा चुनाव के बाद ही किया जायेगा!
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ की नजर बीजेपी के असंतुष्ट नेताओं पर लगी हुई हैं और विधानसभा के उपचुनाव में भी बीजेपी के स्थानीय नेताओं से कांग्रेस के नेता सम्पर्क साधने की कोशिश में जुटे हुए हैं। 24 स्थानों पर उपचुनाव होना है। इन सभी स्थानों पर सिंधिया समर्थको को टिकिट दिया जायेगा जिससे बीजेपी के स्थानीय नेताओं का राजनीतिक भविष्य दांव पर लगा हुआ है। हाटपिपल्या में पूर्व मंत्री दीपक जोशी ने बगावत के संकेत दिये थे और सांवेर में कांग्रेस से बीजेपी में आये प्रेमचंद ने वापस कांग्रेस ज्वाईन करने के बाद सिंधिया समर्थक मंत्री तुलसी सिलावट को चुनौती दे दी है। इसी प्रकार मुरैना, ग्वालियर जिले में बीजेपी में बगावत होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। बीजेपी के नेताओं से कांग्रेस के नेता संपर्क कर रहे है और बगावत फायदा कांग्रेस उठाना चाहती हैं।