बेगूसराय /बखरी :देश – परदेश की तरह इस साल भी विश्व योग दिवस बहुरा मामा की जन्म स्थली बखरी में भी 21 जून को योग की गंगा बही। इस अवसर पर गांव से लेकर शहर तक शिविरों का आयोजन कर योग के माध्यम से रोग भगाने के दिये गये कई टिप्स। विश्व योग दिवस पर पूरे जिले तथा बखरी नगर में इस बार भी शिविर का आयोजन कर दिये गये कई महत्वपूर्ण जानकारी।शिविर को लेकर जहां एक ओर तैयारी जारी थी वहीं दूसरी तरफ लोगों में उत्साह भी देखा जा रहा था !
*बड़ी आबादी योग से अनजान*— :
वैसे तो पूरे जिले में योग का दायरा बढ़ा था शहर से लेकर गांव तक नियमित रूप से शिविर का आयोजन कर योग की जानकारी दी जा रहीं है। लोग योगाभ्यास का लाभ उठाते हुए बीमारियों पर काबू भी पा रहे है। बावजूद इसके बखरी की बड़ी आबादी योग व इसके फायदों से अनजान है। लोगों में जागरूकता का भी अभाव है।
*स्कूलों में योग की व्यवस्था नहीं*: —
पिछले साल 21 जून को पूरे नगर में योग शिविर का आयोजन किया गया था। इस दौरान स्कूली स्तर पर बच्चों को योग की शिक्षा देने की बात कहीं गई थी। लेकिन नगर के स्कूलों में इसकी व्यवस्था नहीं है। कुछ निजी स्कूलों में समय समय पर बच्चों को योगाभ्यास कराया जाता है। लेकिन सरकारी स्कूलों में ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है।
*कई जगह बही योग की गंगा*–
बखरी शकरपुरा के मैदान मे, बखरी गौशाला के समीप, कई निजी स्कूल मे योगाभ्यास कराया जाता है। लोग बड़ी संख्या में इन स्थानों पर पहुंच कर योग की टिप्स भी लेते है। इन स्थानों पर लोगों को कपाल भारती, अनुलोम-विलोम, भ्रामरी, सूर्य नमस्कार व बटरफ्लाई समेत कई आसनों की जानकारी दी जाती है।
*बोले योग शिक्षक*–
आचार्य बताते है कि मानसिक, शारिरीक व बौद्धिक विकास के लिए योग महत्वपूर्ण है। यदि आप योग नियमित करेंगे तो रोग आसपास भी नहीं फटकेगा। योग से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और बैक्ट्रिया व वायरस का प्रभाव नहीं पड़ता। योग पर कई वर्षों तक शोध के बाद उन्होंने यह पाया है कि कई बीमारियां योग से दूर हो गई है। योग से शरीर के किसी भी तरह के गांठ को कपालभारती से ठीक किया जा सकता है। उन्होंने योग को भारतीय सभ्यता व संस्कृति की देन बताया। साथ ही कहा कि योग व योगाभ्यास के जरिए ही स्वस्थ्य गांव व स्वस्थ्य समाज की परिकल्पना संभव है।बोले लोग – करे योग, रहे निरोग !
योग्य के विशेषज्ञ बताते है कि योग से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और बैक्टेरिया व वायरस का प्रभाव नहीं पड़ता। योग से शरीर के किसी भी तरह के गांठ को कपालभारती से ठीक किया जा सकता है। सचिन कुमार बताते है कि अनुलोम-विलोम, भ्रामरी, सूर्य नमस्कार, बटरफ्लाई समेत कई आसनों का नित्य अभ्यास कर विभिन्न रोगों से बचा जा सकता है। कहा कि योग के महत्व के साथ खुद के सामर्थय को पहचानने की आवश्यकता है।
योग पर बच्चों की प्रतिक्रिया—
सुमित ने बताया कि वह रोजाना योग करता है। रोजाना योगाभ्यास से तन व मन दोनों फ्रेश रहता है। स्नेहा ने बताया कि योगाभ्यास करना उसे अच्छा लगता है। रोजाना व नियमित रूप से योग करने से शरीर में स्फूर्ति रहती है। अन्नू ने बताया कि योग बेहद आसान है। इसके नित दिन अभ्यास से हम बीमारियों से निजात पा सकते है। शिवानी ने बताया कि योग के जरिए हम रोगों को मात दे सकते है। हमें नियमित रूप से योग करनी चाहिए। लक्ष्मी ने बताया कि योग से मन की एक्राग्रता बढ़ती है। साथ ही यादाश्त मजबूत होता है। लोगों ने किया योगाभ्यास : शकरपुरा मे आयोजित योग शिविर में लोगों ने योगाभ्यास किया। यहां नियमित रूप से होते योगाभ्यास में बड़ी संख्या में लोग भाग लेते है। योगाभ्यास के बाद लोगों ने 21 जून हुए योग दिवस पर भी चर्चा की। वहीं ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक करने का निर्णय लिया। शिविर में प्रशिक्षक मनोरंजन वर्मा ने टिप्स दिए। मौके पर पवन सुमन, रंजन कुमार, राजीव कुमार, प्रिस सिंह, विवेक, चंदन , विकास कुमार, अवनीष कुमार, परवीन कुमार समेत आदि मौजूद थे !